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शिक्षक दिवस पर रसोइयों के सम्मान में शिक्षकों ने की सामग्री दान

अर्जुनी। शिक्षक दिवस केवल गुरुजनों के सम्मान का अवसर ही नहीं बल्कि उन सभी व्यक्तियों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का दिन भी है, जो शिक्षा जगत को अपने-अपने स्तर से मजबूती प्रदान करते हैं। इसी कड़ी में शासकीय नवीन पूर्व माध्यमिक विद्यालय मिरगी में इस वर्ष शिक्षक दिवस को एक अनोखी और प्रेरणादायी पहल के साथ मनाया गया। विद्यालय परिवार ने ‘न्योता भोजन कार्यक्रम’ के अंतर्गत विद्यालय के रसोइयों का सम्मान कर समाज को एक अद्वितीय संदेश दिया।

इस कार्यक्रम की अगुवाई प्रभारी प्रधान पाठक ईश्वर प्रसाद रजक, गजपति प्रसाद ध्रुव और हेमकुमार देवांगन ने संयुक्त रूप से की। तीनों शिक्षकों ने विद्यालय के रसोइयों को उपयोगी सामग्री स्वरूप 04 हजार रुपए की कड़ाही का एक सेट, दो बाल्टियाँ एवं एक आधुनिक चॉपर मशीन भेंट की। यह उपहार केवल सामग्री नहीं, बल्कि रसोइयों के कठिन परिश्रम और निस्वार्थ सेवाभाव के प्रति विद्यालय परिवार की गहरी श्रद्धा का प्रतीक था।

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गौरतलब है कि विद्यालय में कार्यरत रसोइए प्रतिदिन सैकड़ों विद्यार्थियों को स्वच्छ, स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराते हैं। मध्यान्ह भोजन योजना के सफल संचालन में उनका योगदान केंद्रीय भूमिका निभाता है। यही नहीं, अपनी मेहनत और लगन के बल पर विद्यालय के रसोइयों ने जिला स्तरीय मध्यान्ह भोजन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर विद्यालय तथा क्षेत्र का नाम भी रोशन किया है। यह उपलब्धि पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है।

कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि रसोइए केवल भोजन बनाने वाले नहीं होते, बल्कि वे बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण और ऊर्जा के संरक्षक भी हैं। उनका योगदान शिक्षा देने वाले शिक्षकों जितना ही महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि पौष्टिक भोजन बच्चों की एकाग्रता, पढ़ाई में रुचि और संपूर्ण विकास की नींव रखता है। इस दृष्टि से रसोइए भी शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ समान माने जा सकते हैं।

विद्यालय परिवार ने इस अवसर पर रसोइयों के प्रति सामूहिक आभार व्यक्त करते हुए उनके समर्पण और सेवा भावना की सराहना की। साथ ही, उपहार स्वरूप प्रदान की गई सामग्री से उनके दैनिक कार्य को और अधिक सरल, सहज व प्रभावी बनाने की शुभकामना व्यक्त की।

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