वरिष्ठ साहित्यकार बलदाऊ राम साहू बने संयुक्त हिंदी सलाहकार समिति के सदस्य
छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं शिक्षाविद् बलदाऊ राम साहू को मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की संयुक्त हिंदी सलाहकार समिति का सदस्य नामित किया गया है। यह नियुक्ति भारत सरकार के गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग द्वारा की गई है। राजभाषा विभाग की संयुक्त सचिव डॉ. मीनाक्षी जौली ने उन्हें इस संबंध में औपचारिक सूचना प्रदान की।
बलदाऊ राम साहू शिक्षा और साहित्य दोनों ही क्षेत्रों में अपनी विशिष्ट पहचान रखते हैं। वे लंबे समय तक विभिन्न शैक्षणिक और प्रशासनिक संस्थाओं से जुड़े रहे तथा फरवरी 2020 में सचिव, छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के पद से सेवानिवृत्त हुए।
एक प्रख्यात बाल साहित्यकार के रूप में उनकी ख्याति राष्ट्रीय स्तर पर है। अब तक उनके 30 से अधिक रचना-संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं, जिनमें 20 से अधिक बाल साहित्य पर केंद्रित हैं। उनकी रचना “सुरुज नवा उगइया है” (छत्तीसगढ़ी ग़ज़ल संग्रह) और “ददरिया में लोक तत्व”विशेष रूप से चर्चित रही हैं। वर्तमान में वे छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के सदस्य तथा हिंदी साहित्य भारती छत्तीसगढ़ के प्रांताध्यक्ष भी हैं।
साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए साहित्य जगत से लगातार शुभकामनाएँ मिल रही हैं। समन्वय साहित्य परिवार के अध्यक्ष डॉ. देवधर महंत, साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष शशांक शर्मा, वरिष्ठ समीक्षक रमेश शर्मा, कवि कथाकार बसंत राघव, बाल साहित्य लेखिका सुशीला साहू, डॉ. वंदना जायसवाल और संस्कृतिकर्मी राजीव नयन शर्मा सहित कई साहित्यकारों ने इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई दी है।