छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल ईडी की गिरफ्त में, भिलाई स्थित आवास पर छापेमारी
छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित शराब घोटाले की जांच में नया मोड़ सामने आया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल को गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक अहम केस में की गई है।
ईडी ने इस गिरफ्तारी से पहले दुर्ग जिले के भिलाई स्थित उस आवास पर छापा मारा, जहां भूपेश बघेल अपने बेटे चैतन्य के साथ रहते हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत की गई, जिसमें एजेंसी को हाल ही में कुछ नए सबूत प्राप्त हुए थे।
सूत्रों के अनुसार, यह शराब घोटाला राज्य में करोड़ों रुपये की अवैध लेन-देन और घूसखोरी से जुड़ा हुआ है, जिसकी जांच केंद्रीय एजेंसियों द्वारा पिछले कई महीनों से की जा रही है। चैतन्य बघेल की भूमिका इस पूरे नेटवर्क में अहम मानी जा रही है, और यही कारण है कि उन्हें गिरफ्तार किया गया।
ईडी अधिकारियों ने दिनभर चली तलाशी के दौरान कई दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और लेन-देन से जुड़े रिकॉर्ड भी जब्त किए हैं। इस मामले में आगे की पूछताछ के लिए चैतन्य बघेल को ईडी की हिरासत में भेजे जाने की तैयारी की जा रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से अभी तक इस पूरे घटनाक्रम पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने इस कार्रवाई को “राजनीतिक प्रतिशोध” करार देते हुए विरोध जताया है।
राज्य की राजनीति में यह घटनाक्रम गहरी हलचल पैदा कर सकता है, खासकर तब जब प्रदेश में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच लगातार आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह मामला कितनी दूर तक जाता है और किन-किन नामों का खुलासा होता है।