मुख्यमंत्री ने किया ‘सरगुजा का रामगढ़’ का विमोचन
रायपुर, 11 जनवरी 2015/मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज रात राजधानी रायपुर में अपने निवास कार्यालय में प्रदेश के सुप्रसिद्ध लेखक और ब्लॉगर श्री ललित शर्मा की पुस्तक ‘सरगुजा का रामगढ़’ का विमोचन किया। इस अवसर पर हिन्दी ब्लॉगर तथा भंडार गृह निगम के पूर्व अध्यक्ष श्री अशोक बजाज सहित सर्वश्री किशन शर्मा, माधव प्रसाद मिरी और उदय शर्मा भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने पुस्तक के प्रकाशन पर लेखक श्री ललित शर्मा को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। पुस्तक के आवरण (फ्लेप) पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने विशेष रूप से अपना अभिमत लिखा है।
उल्लेखनीय है कि रायपुर जिले के अभनपुर निवासी ब्लॉगर श्री ललित शर्मा की यह पुस्तक राज्य के सरगुजा जिले में स्थित रामगढ़ की पहाड़ियों और वहां के आस-पास के इलाकों के इतिहास और पुरातत्व पर केन्द्रित है। उन्होंने पर्यटक की नजरों से इस अंचल का भ्रमण और गहन अध्ययन करने के बाद यह पुस्तक लिखी है। श्री शर्मा के अनुसार पर्यटन की दृष्टि से रामगढ़ के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करने वाली यह पहली किताब है, जिसे उन्होंने वार्तालाप की शैली में आकार दिया है।
रामगढ़ की इन्हीं पहाड़ियों को महाकवि कालिदास के प्रसिद्ध महाकाव्य ‘मेघदूतम’ की रचना भूमि के रूप में जाना जाता है, जहां विगत कई वर्षों से वर्षा ऋतु के आगमन पर राज्य शासन द्वारा ‘आषाढ़स्य प्रथम दिवसे’ नामक विशेष समारोह भी आयोजित किया जाता है। इन्हीं पहाड़ियांे में सीताबेंगरा नामक गुफा भी है, जिसे भारत की प्राचीनतम नाट्य शाला के रूप में चिन्हांकित किया गया है। श्री शर्मा की पुस्तक ‘सरगुजा का रामगढ़’ को आई.एस.बी.एन. नम्बर भी प्राप्त हो चुका है। ज्ञातव्य है कि लगभग दो वर्ष पहले छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक स्थल सिरपुर पर भी श्री ललित शर्मा की पुस्तक ‘सिरपुर सैलानी की नजर से’ प्रकाशित हो चुकी है, जिसका विमोचन बौद्ध धर्म गुरू और तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रमुख श्री दलाई लामा ने वर्ष 2013 में सिरपुर प्रवास के दौरान किया था।
रामगढ़ भ्रमण करने वाले पर्यटकों के साथ-साथ इस विषय पर अध्ययन करने वाले शोधार्थियों के लिए भी यह पुस्तक अत्यंत उपयोगी है। पुस्तक की सफलता हेतु बहुत – बहुत शुभकामनाएं व बधाई …