प्रधानमंत्री मोदी का बड़ा बयान: आतंक के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर स्थगित, लेकिन खत्म नहीं – पाकिस्तान की हर हरकत पर नजर
ए हैं और ऑपरेशन सिंदूर केवल अस्थायी रूप से रोका गया है – इसका भविष्य पूरी तरह पाकिस्तान के व्यवहार पर निर्भर करेगा।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में देश की सेनाओं, सुरक्षा बलों और खुफिया एजेंसियों की सराहना करते हुए कहा, “देश की ताकत और सहनशक्ति पूरे विश्व ने देखी है। मैं हर भारतीय की ओर से हमारे जांबाज सैनिकों को सलाम करता हूं।”
उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंक के खिलाफ सटीक हमले किए गए, जिनमें कई आतंकी अड्डों को नेस्तनाबूद किया गया और आतंकवादियों को भारी नुकसान पहुंचाया गया।
पीएम मोदी के संबोधन की प्रमुख बातें:
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भारतीय बलों को खुली छूट दी गई थी और उन्होंने तीन दिनों में पाकिस्तान को ऐसा नुकसान पहुंचाया जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।
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बहावलपुर और मुरिदके जैसे इलाकों को “आतंकी विश्वविद्यालय” बताया गया, जिन्हें ध्वस्त किया गया है।
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100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया।
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भारतीय मिसाइलों और ड्रोन ने पाक के एयरबेस और आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।
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पाकिस्तान युद्ध की तैयारी कर रहा था, लेकिन भारत ने सीधे उसके दिल पर प्रहार किया।
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पाकिस्तान अब वैश्विक स्तर पर शांति की गुहार लगाने पर मजबूर हो गया है।
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पीएम मोदी ने कहा, “यह युद्ध का युग नहीं है, लेकिन यह आतंकवाद का युग भी नहीं है।”
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि यदि वह भारत से किसी भी प्रकार की बातचीत चाहता है, तो वह केवल आतंकवाद और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर ही संभव होगी। उन्होंने कहा कि “शांति की राह ताकत से होकर जाती है” और “आवश्यक होने पर शक्ति का प्रयोग भी जरूरी है।”
‘आतंक और वार्ता एक साथ नहीं चल सकते’
अपने संदेश में पीएम मोदी ने एक बार फिर दोहराया कि भारत की नीति स्पष्ट है: “आतंक और वार्ता एक साथ नहीं हो सकते, आतंक और व्यापार साथ नहीं चल सकते, और पानी और खून भी एक साथ नहीं बह सकते।”
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ खुद ही सख्त कदम उठाने होंगे, वरना एक दिन वही आतंक उसे पूरी तरह निगल जाएगा।