\

भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच प्रधानमंत्री मोदी की उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक, स्थिति पर बारीकी से नजर

पाकिस्तान के उकसावेपूर्ण कदमों और सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच शनिवार दोपहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अहम सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने हाल ही में एक प्रेस वार्ता में पाकिस्तान की भड़काऊ गतिविधियों और नागरिक इलाकों को निशाना बनाने की गंभीरता को उजागर किया।

बैठक में रक्षा, गृह और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा सेना और खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों ने भाग लिया। बताया गया है कि इस दौरान सीमा पार से हो रहे ड्रोन हमलों, नागरिक क्षेत्रों पर की जा रही गोलाबारी, और भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाए जाने जैसे मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई।

विदेश सचिव ने अपने वक्तव्य में कहा था कि पाकिस्तान लगातार ऐसे कदम उठा रहा है जो स्थिति को और अधिक तनावपूर्ण बना सकते हैं। भारत ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि उसकी सैन्य कार्रवाई केवल रक्षा और जवाबी कदमों तक सीमित है, और वह अनावश्यक उकसावे को बढ़ावा नहीं देना चाहता।

प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में सुरक्षा एजेंसियों से कहा कि वे सतर्कता बनाए रखें और हर संभावित खतरे का सटीक आकलन करें। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने यह भी दोहराया कि भारत की प्राथमिकता शांति है, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

सरकार की ओर से अभी तक इस बैठक की आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन यह स्पष्ट है कि केंद्र सरकार सीमा की स्थिति को लेकर पूरी तरह चौकस है और हर स्तर पर निगरानी कर रही है।