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पश्चिमी सीमा पर ड्रोन हमलों के बाद भारत का करारा जवाब, पाकिस्तान के कई वायुसेना अड्डों पर एयरस्ट्राइक

पाकिस्तान द्वारा पश्चिमी सेक्टर में की गई ड्रोन और मिसाइल हमलों की श्रृंखला के जवाब में भारत ने आज तड़के एक सटीक और योजनाबद्ध हवाई अभियान चलाया। इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कई महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें रफीकी, मुरिद, चकला और रहीम यार खान के एयरबेस शामिल हैं।

सरकारी ब्रीफिंग के दौरान विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने संयुक्त रूप से मीडिया को जानकारी दी। विंग कमांडर सिंह ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से उकसावे की कार्यवाहियाँ लगातार जारी थीं। “ड्रोन, लंबी दूरी की मारक क्षमताओं वाले हथियार और फाइटर जेट्स का इस्तेमाल कर पाकिस्तान ने न केवल सैन्य बल्कि नागरिक इलाकों को भी निशाना बनाया,” उन्होंने कहा।

भारतीय वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए न केवल पाकिस्तान के प्रमुख एयरबेस पर हमला किया बल्कि सुक्कुर, चुनियाँ के सैन्य ठिकानों, पस्रूर के रडार केंद्र और सियालकोट स्थित एविएशन बेस को भी सटीक बमबारी में निष्क्रिय किया।

भारत की ओर से यह स्पष्ट किया गया कि सभी हमले केवल सैन्य ठिकानों पर केंद्रित थे और नागरिक क्षति को टालने के लिए विशेष सावधानी बरती गई। विंग कमांडर सिंह ने यह भी बताया कि पाकिस्तान द्वारा भारतीय ठिकानों को लेकर फैलाई गई कई अफवाहें—जैसे अडमपुर में S-400 प्रणाली का नष्ट होना या नागरोटा में ब्रह्मोस बेस पर हमला—पूरी तरह निराधार और गलत हैं।

भारतीय सेना के अनुसार, पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के कई हिस्सों में भारी गोलाबारी की, जिसमें नागरिक इलाकों को नुकसान पहुंचा। सेना ने इन हमलों का सख्ती से और अनुपातिक तरीके से जवाब दिया है।

अंत में विंग कमांडर सिंह ने कहा कि भारत युद्ध की स्थिति को बढ़ावा नहीं देना चाहता लेकिन यदि पाकिस्तान की ओर से उकसावे जारी रहे तो देश की सुरक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाए जाएंगे। “भारतीय सशस्त्र बल पूरी तरह से तैयार हैं और किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए सतर्क हैं,” उन्होंने कहा।