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भारी वाहनों से बढ़ा हादसों का खतरा: बलौदा बाजार–भाटापारा मार्ग पर ग्रामीणों ने की सुरक्षा की मांग

 

मुख्य मार्ग पर इन दिनों भारी वाहनों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। इस मार्ग पर स्थित चार से पांच बड़े सीमेंट संयंत्रों की वजह से ट्रकों और भारी मालवाहक गाड़ियों की आवाजाही दिन-रात बनी रहती है। ग्रामीणों का कहना है कि हर 2 सेकंड में एक भारी वाहन गुजरता है, जिससे दुर्घटनाओं सहित इसकी संभावना भी लगातार बनी रहती है।

ग्रामीणों ने बताया कि यह सड़क काफी जर्जर हालत में है और इसकी मरम्मत लंबे समय से नहीं की गई है। सड़क पर गड्ढों और खराब सतह के चलते दोपहिया वाहनों से सफर करना खतरनाक हो गया है। कई बार पहले भी सड़क हादसे हो चुके हैं, और अब कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है।

इस मार्ग से ग्रामीणों को रोजमर्रा के कार्यों के लिए – जैसे बैंक, पोस्ट ऑफिस, पटवारी कार्यालय और तहसील ऑफिस, स्कूल – जाना पड़ता है, जिसके लिए उन्हें सड़क पार करनी होती है। भारी गति से गुजरते ट्रकों के चलते सड़क पार करना एक गंभीर समस्या बन चुकी है और लोगों में भय का माहौल है।

ग्राम अर्जुनी के टोनाटार तिगड्डा चौक बाजार चोंक,सरस्वती शिशु मंदिर क्रॉस लाइन मिरगी तिगड्डा शनि मंदिर चौक में ग्रामीणों ने पुलिस व्यस्था की मांग की है ताकि भारी वाहनों की गति पर नियंत्रण रखा जा सके और स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। साथ ही उन्होंने यातायात नियंत्रण के लिए प्रशासन से तत्काल कदम उठाने की अपील की है।

ग्रामीणों की मांगें:
. सड़क की तत्काल मरम्मत की जाए।

. भारी वाहनों की गति पर नियंत्रण हेतु ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की जाए।

. तिगड्डा चौक में स्थायी पुलिस व्यवस्था की जाए।

.स्कूल टाइम में वाहनों की आवाजाही सीमित की जाए।

ग्रामीण विजय वर्मा,योगेश साहू कोमलकांत यादव ,रंजीत साहू,रंजीत विश्वकर्मा,गोपेश सेन,रमाकांत वैष्णव,हरीश साहू,अतुल वर्मा,गजाधर वर्मा,संतोष वर्मा लक्ष्मीनारायण रजक, लोभान साहू, लोभान रजक फुलसिंग साहू,व शिक्षक राकेश वर्मा गोपाल धुव, हुलास वर्मा, संदीप वर्मा ने बताया कि बलौदा बाजार से भाटापारा मार्ग पर भारी वाहनों की लगातार आवाजाही से डर बना रहता है। डर इसलिए भी बना रहता है कि मुख्य मार्ग पर अर्जुनी आसपास का सबसे बड़ा व्यवसायिक व शिक्षण संस्थाओं के लिए महत्वपूर्ण कस्बा है जिससे चलते आसपास के लोगो का यंहा आवाजाही भारी मात्रा में बना रहता है । गुरुवार और रविवार को तो सड़क पर दोपहिया वाहन के चलने का जगह नही होता उसके बाद भी सीमेंट संयत्रों के भारी भरकम गाड़ियां ,बड़े बड़े हाईवा गाड़ी सरपट तेज रफ्तार से दौड़ाया जाता है। जिससे निश्चित तौर पर दुर्घटना की आंशका और तेज हो जाता है। वंही पुलिस प्रशासन द्वारा भी किसी भी प्रकार के न तो यातायात पुलिस और ना ही बेरिकेट का प्रबंध किया गया है जो कि अपने आप मे सबसे बड़ी चूक को दर्शाता है।

“ब्रेकर रहने से कुछ हद तक राहत जरूर मिलती जबकि ब्रेकर नही है।”

सड़क की हालत बेहद खराब हो चुकी है, जिसकी मरम्मत के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के बाद भी नही किया गया है।

टोनाटार निवासी कोमलकांत यादव ने बताया कि टोनाटार मोड़ तिगड्डा चौक पर भी इससे पहले बहुत बड़ी दुर्घटना एक बड़े गड्ढे के कारण घटित हो चुका है जिसका शिकायत भी अखबारों और सोशल मीडिया के माध्यम से अधिकारियों को आगाह कराया गया था। किंतु तब भी विभाग द्वारा इस पर कोई ध्यान नही दिया गया स्थानीय युवाओ व दुकान संचालको के मदद से जिसका वैकल्पिक व्यवस्था किया गया था। चौक पर स्थायी पुलिस व्यस्था अत्यंत आवश्यक है क्योंकि 24 घंटों सभी गाड़ियां इसी चौक से होकर ही गुजरती है और लोगों की आवा जाही हमेशा बनी रहती है गांव का या मुख्य चौक है ।ग्रामीणों की एकजुट मांग है कि प्रशासन शीघ्र ही इस गंभीर समस्या पर ध्यान दे।

-रूपेश वर्मा