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एनआईटी के अस्टि0प्रो0 डॉ0 अनिल मांझी और पं0रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के विधि के शोध छात्र राहुल तिवारी के रिसर्च पेपर का चयन यूनिर्वसिटी ऑफ विक्टोरिया कनाडा मे

एनआईटी के अस्टि0प्रो0 डॉ0 अनिल मांझी और पं0रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के विधि के शोध छात्र राहुल तिवारी के रिसर्च पेपर का चयन यूनिर्वसिटी ऑफ विक्टोरिया कनाडा मे

विक्टोरिया विश्वविद्यालय ब्रिटिश कोलंबिया, कनाडा का चेयर इन ट्रांसजेंडर दुनिया की पहली शोध केंद्र है जो ट्रांसजेंडर व्यक्तियों, उनसे संबंधित मुद्दों और उनके इतिहास के अध्ययन पर केंद्रित है। मूविंग ट्रांस हिस्ट्री फॉरवर्ड कॉन्फ्रेंस विक्टोरिया विश्वविद्यालय में ट्रांसजेंडर अध्ययन पर संस्था द्वारा आयोजित द्विवार्षिक, अंतर्राष्ट्रीय, अंतःविषयक और अंतर-पीढ़ीगत कॉनफ्रंेस हैं।
इस कॉनफ्रंेस में केवल शोधार्थी या समुदाय के लोगों के लिए नहीं बल्कि इसमे आम जनता, छात्रों और शिक्षकों, कलाकारों, कार्यकर्ताओं, ट्रांस परिवार के सदस्यों, सहयोगियों और सेवा प्रदाताओं के बीच नये बौद्धिक परिचर्चा का अवसर प्रदान करता हैं। यह कॉनफ्रंेस इतिहास और उन महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करते हैं जो वर्तमान और भविष्य को स्थानीय, राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर प्रभावित करते हैं।
पिछली वर्ष भारत से तीन लोगो के शोध पत्रों का चयन किया गया था और इस वर्ष यह कॉनफ्रंेस 27 से 30 मार्च 2025 को आयोजित किया जा रहा है जिसमे भारत से छत्तीसगढ के एन0आई0टी के मानविकीय एवं सामाजिक विज्ञान विभाग के सहा0प्रा0 डॉ0 अनिल मांझी एवं पं0 रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के विधि के पी0एच0डी रिसर्च स्कॉलर राहुल तिवारी के शोध पत्र जिसका शीर्षक ’’रोल ऑफ कल्चरल रेवेरेंस एण्ड लीगल रिकॉगरिसन इन एण्डवासिंग ट्रांस इम्लॉएमंेट इन इण्डिया’’ का चयन किया गया है। डॉ0 अनिल मांझी एवं राहुल तिवारी विगत कई वर्षाे से ट्रांसजेंडर पर रिसर्च कर रहें है वर्तमान मे छत्तीसगढ़ सरकार ट्रांसजेंडर व्यक्तियो के लिये पॉलिसी एवं रूल्स बना रही है जिसमे इन्हें पॉलिसी मेकिंग कमेटी मे मेंबर भी बनाया गया है।

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