हैण्ड पम्पों की निगरानी के लिए हैण्ड पंप ट्रेकर एप्प
रायपुर, 24 सितंबर 2018/ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग छत्तीसगढ़ के संसदीय सचिव श्री लाभचंद बाफना ने आज यहां सौर ऊर्जा आधारित ग्रामीण क्षेत्रों की पेयजल योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए चयनित प्रशिक्षकों की अंतर्राज्यीय कार्यशाला का शुभारंभ किया।
यह पांच दिवसीय कार्यशाला छत्तीसगढ़ सरकार के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय और यूनिसेफ द्वारा केन्द्र के स्वजल कार्यक्रम के तहत संयुक्त रूप से आयोजित की गई है।
इसमें छत्तीसगढ़ सहित उत्तर प्रदेश, गुजरात और आंध्रपेदश के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। शुभारंभ सत्र में छत्तीसगढ़ राज्य योजना आयोग की सदस्य और पद्मश्री सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती फुलबासन यादव विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थी।
अंतर्राज्यीय कार्यशाला के प्रथम सत्र में मुख्य अतिथि संसदीय सचिव श्री बाफना ने हैण्ड पम्पों के रखरखाव के लिए अपने विभाग द्वारा ‘हैण्डपम्प ट्रेकर’ के नाम से तैयार मोबाइल एप्लीकेशन का भी लोकार्पण किया।
उन्होंने कहा कि यह नया मोबाइल एप्प लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की एक नई पहल है। श्री बाफना ने इस पर खुशी जताई और विभागीय अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि स्वजल कार्यक्रम के तहत आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यशाला का छत्तीसगढ़ को भी निश्चित रूप से पूरा फायदा मिलेगा।
श्री बाफना ने कहा कि समुदाय आधारित होने के कारण ग्रामीण नल-जल योजनाओं के प्रति स्थानीय लोगों में सजगता बनी रहेगी और ग्रामवासी इन योजनाओं से सीधे जुड़े रहेंगे। विशेष सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग श्री पी. अन्बलगन ने कार्यक्रम में मोबाइल एप्प ‘हैण्ड पम्प ट्रैकर’ की विशेषताओं के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि इस मोबाइल एप्प के जरिए राज्य में हैण्डपम्पों की ताजा स्थिति को देखा जा सकेगा और रख-रखाव कार्य की नियमित मॉनिटरिंग आसानी से हो सकेगी। अगर तकनीकी खरीबी से कोई हैण्ड पम्प बंद हो जाए तो उसका फोटो और जीपीएस आधारित लोकेशन इस मोबाइल एप्प में दर्ज हो जाएगा।
इस मोबाइल एप्प का एक फायदा यह भी है कि इसमें संकलित होने वाले आंकड़ों के आधार पर किसी स्थान विशेष के भू-जल स्तर की भी रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा सकेगी और भू-जल स्तर में संभावित गिरावट का पूर्वा अनुमान भी लगाया जा सकेगा।
इस तरह के पूर्वा अनुमानों से जल संवर्धन के कार्य भी किए जा सकेंगे। इतना ही नहीं बल्कि ऐसे हैण्ड पम्पों की मरम्मत के बाद उनके उपयोगकर्ता भी उनके फोटो इस मोबाइल एप्प में अपलोड कर सकेंगे। विशेष सचिव श्री अन्बलगन ने राज्य में सौर ऊर्जा आधारित जल प्रदाय योजनाओं की प्रगति की जानकारी दी।