संघर्षों का नाम बेटियाँ
संघर्षों का नाम बेटियाँ
ईश्वर का इनआम बेटियाँ
सबके लिये जलीं दीपक -सा
करें प्रभु का काम बेटियाँ
अपना भला-बुरा वो समझे
करे न उलटे काम बेटियाँ
करती हैं दुनिया को रौशन
ज़्यादातर तो आम बेटियाँ
सही राह पर चलती जातीं
करती ना आराम बेटियाँ
फूलों को मसलो मत देखो
महके सुबहोशाम बेटियाँ
बेटा-बेटी एक बराबर
देती हैं पैगाम बेटियाँ
ये अपने आँगन की तुलसी
कभी न हों बदनाम बेटियाँ
अगर ह्रदय निर्मल है तो फिर
जैसे चारों धाम बेटियाँ
चेहरा-मोहरा हो जैसा भी
दिल से हैं अभिराम बेटियाँ
गिरीश पंकज