प्राचीन सांस्कृतिक इतिहास विषय पर संगोष्ठी, पढ़े गए शोध पत्र
छत्तीसगढ़ का प्राचीन सांस्कृतिक इतिहास विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ महंत घासीदास संग्रहालय के प्रेक्षागृह में हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्यातिथि प्रोफेसर आर पी पाण्डे, अध्यक्ष पद्मश्री अरुण कुमार शर्मा तथा विशेष अतिथि आचार्य रमेन्द्रनाथ मिश्र थे।
उपस्थित सभी विद्वानों एवं शोधकर्ताओं का स्वागत अपने उद्बोधन में संचालक श्री जितेन्द्र शुक्ला ने किया तथा संगोष्ठी के विषय पर उपसंचालक श्री राहुल सिंह जी ने प्रकाश डाला। इसके पश्चात गत सेमीनार की प्रोसिडिंग का विमोचन उपस्थित महानुभावों द्वारा किया गया।
इस अवसर हरि सिंह क्षत्री ने सूपा आर्ट से निर्मित पद्म श्री अरुण कुमार शर्मा व्यक्ति चित्र उन्हें भेंट किया। ज्ञात हो कि हरि सिंह क्षत्री कोरबा जिला पुरातत्व संग्रहालय के क्यूरेटर हैं तथा चित्र कला, प्रतिमा कला आदि में सिद्ध हस्त हैं।
शुभारंभ के पश्चात तकनीकि सत्र प्रारंभ हुआ। प्रथम सत्र में डॉ आर पी पाण्डे, डॉ यशोदा साहू, श्री नंद्कुमार मिश्रा एवं डॉ प्रीति मिश्रा-शारदा देवांगन, द्वितीय सत्र में डॉ गणेश शंकर शर्मा, डॉ मंगलानंद झा, डॉ जितेन्द्र कुमार साहू, आराधना चतुर्वेदी, ललित शर्मा तथा डॉ रामकुमार बेहार, तृतीय सत्र में संदीप पान, डॉ अमिताभ कुमार, मोहन कुमार साहू, डॉ चैन सिंह नागवंशी, हरि सिंह क्षत्री तथा चारु चंद्र ने शोध पत्रों का वाचन किया।
समस्त शोध पत्र छत्तीसगढ़ का प्राचीन सांस्कृतिक इतिहास विषय पर थे। आज संगोष्ठी का प्रथम दिन था। कल भी उपस्थित शोधार्थियों द्वारा शोध पत्रों का वाचन किया जाएगा। जो छत्तीसगढ़ के इतिहास एवं संस्कृति पर होंगे। उपरोक्त कार्यक्रम का संचालन प्रभात सिंह ने तथा आभार प्रदर्शन डॉ कामता प्रसाद वर्मा ने किया।