बहाली के आदेश का स्वागत किया शिक्षा कर्मियों ने
रायपुर, 29 जनवरी 2013/ मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह ने प्रदेश के पंचायत संवर्ग के शिक्षकों (शिक्षा कर्मियों) के व्यापक हित में आज देर रात यहां एक बड़ा और महत्वपूर्ण निर्णय लेकर हड़ताल के दौरान निलंबित लगभग 35 हजार शिक्षा कर्मियों की तत्काल बहाली का ऐलान किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि ये शिक्षा कर्मी कल से ही अपने स्कूलों में उपस्थिति देकर अध्यापन कार्य शुरू कर दें और दस दिनों के भीतर जवाब प्रस्तुत करें। उन्हें भविष्य के लिए सचेत करते हुए उनकी निलंबन अवधि का निराकरण उनको देय अवकाश के विरूद्ध समायोजन कर किया जाएगा। डाॅ. रमन सिंह ने यह भी कहा कि हड़ताल के दौरान बर्खास्त शिक्षा कर्मियों को तीन दिन के भीतर सक्षम प्राधिकारी यानी सहायक शिक्षक (पंचायत) के मामले में कलेक्टर और शिक्षक/व्याख्याता (पंचायत) के मामले में कमिश्नर को आवेदन करने पर उनके मामलों का निराकरण यथा संभव सात दिन के भीतर कर दिया जाएगा, जो ऐसे शिक्षक (पंचायत) जो निलंबित या बर्खास्त नहीं है, लेकिन अपने कार्य से अनुपस्थित रहें हैं, उनकी अनुपस्थिति अवधि का नियमितिकरण उनके देय अवकाश के विरूद्ध समायोजन कर किया जाएगा। उनकी अन्य समस्याओं पर भी क्रमशः चरणबद्ध ढंग से पूरी गंभीरता के साथ विचार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने आज देर रात अपने निवास पर राजनांदगांव के लोकसभा सांसद श्री मधुसूदन यादव के नेतृत्व में आए शिक्षा कर्मियों के प्रतिनिधि मण्डल से बातचीत कर उनके बीच यह घोषणा की। डाॅ. रमन सिंह ने बताया कि प्रथम दौर में शिक्षा कर्मियों के साथ चर्चा काफी सार्थक और सकारात्मक रही। पहले दौर की चर्चा में उनकी इन तीनों प्रमुख समस्याओं का समाधान तत्परता से करने का निर्णय लिया गया। प्रतिनिधि मण्डल ने मुख्यमंत्री की इन घोषणाओं का स्वागत करते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया। शिक्षा कर्मियों ने मुख्यमंत्री को पुष्पगुच्छ भेंटकर उनका मुंह मीठा कराया। उल्लेखनीय है कि इसके पहले लोकसभा सांसद श्री मधुसूदन यादव के नेतृत्व में शिक्षा कर्मियों के प्रतिनिधि मण्डल के साथ आज दोपहर मंत्रालय में मुख्य सचिव श्री सुनिल कुमार की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री डी.एस. मिश्रा, पंचायत विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड और सामान्य प्रशासन, विधि तथा अन्य संबंधित विभागांे के सचिव स्तर के अधिकारी शामिल हुए। मंत्रालय में अधिकारी स्तर की बैठक के बाद मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने शाम को मुख्यमंत्री के निवास आकर उनके साथ दूसरे दौर की बैठक में सभी बिन्दुओं की जानकारी दी। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में देर रात तक चली इस बैठक में मुख्य सचिव श्री सुनिल कुमार, अपर मुख्य सचिव श्री डी.एस. मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री एन. बैजेन्द्र कुमार, सचिव सामान्य प्रशासन श्री मनोज पिंगुआ, विधि सचिव श्री ए.के. सामंतरे और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। मुख्यमंत्री ने बैठक के बाद शिक्षा कर्मियों के प्रतिनिधि मण्डल को लिए गए फैसलों की जानकारी दी। डाॅ. रमन सिंह ने कहा कि शिक्षा कर्मी हमारे ही परिवार के सदस्य हैं। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जतायी कि प्रदेश के लाखों बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखकर ये शिक्षा कर्मी उन्हें मेहनत और लगन के साथ पढ़ाएंगे और अतिरिक्त समय देकर भी अध्यापन कार्य करेंगे। डाॅ. रमन सिंह ने समस्या के समाधान के लिए सांसद श्री मधुसूदन यादव तथा मुख्य सचिव सहित राज्य शासन के सभी संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों के प्रयासों की प्रशंसा की और शिक्षा कर्मियों को भी धन्यवाद दिया। सांसद श्री मधुसूदन यादव ने बताया कि शिक्षा कर्मियों ने मुझसे पहल करने का आग्रह किया था। मैने उनके आग्रह पर मुख्यमंत्री जी से चर्चा की। मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया था कि इनकी समस्याओं के निराकरण के लिए सभी वैधानिक और तकनीकी पहलुओं पर विचार कर त्वरित निर्णय लिया जाए, ताकि उन्हें राहत मिल सके।