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शालीनता से ही पत्रकारिता होती है, चिल्लाने से नहीं

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पत्रकारिता में विश्वसनीयता सबसे जरूरी है। शालीनता से ही पत्रकारिता होती है, चिल्लाने से नहीं। डॉ. सिंह आज यहां कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं के प्रशिक्षण के लिए एफ.एम. सामुदायिक रेडियो स्टेशन और टेलीविजन कार्यक्रम निर्माण स्टूडियो का लोकार्पण के अवसर पर इस आशय के विचार व्यक्त किए। उन्होंने विद्यार्थियों के लिए इन सुविधाओं का लोकार्पण करते हुए विश्वविद्यालय को बधाई और शुभकामनाएं दी।

डॉ. सिंह ने कहा यह रेडियो स्टेशन विद्यार्थियों के प्रशिक्षण के साथ-साथ स्वच्छता, पर्यावरण आदि विषयों को लेेकर समाज में जनजागरण का भी माध्यम बनेगा। उन्होंने इस नये रेडियो स्टेशन और टेलीविजन स्टूडियो को अपना साक्षात्कार भी दिया। डॉ. सिंह ने कहा- सोशल मीडिया का भी प्रभाव बढ़ रहा है। ऐसे समय में प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रानिक मीडिया दोनों पर अपनी खबरों की विश्वसनीयता बनाए रखने की जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री के रेडियो इंटरव्यू का तत्काल लाइव प्रसारण भी किया गया। यह सामुदायिक एफ.एम. रेडियो स्टेशन 90.8 फ्रिक्वेंसी पर विश्वविद्यालय के दोनों तरफ बीस-बीस किलोमीटर के दायरे में सुना जा सकेगा। लोकार्पण कार्यक्रम में प्रदेश के उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

मुख्य अतिथि की आसंदी से समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा – इस विश्वविद्यालय में आज उपलब्ध करायी गई सुविधाएं देश के कई राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों में भी नहीं है। आज इन सुविधाओं के उपलब्ध होने से विद्यार्थी इन माध्यमों के तकनीकी पहलुओं का प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। इसके पहले यहां के विद्यार्थियों को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का व्यावहारिक काम क्षेत्र में देख-देख कर सीखना पड़ता था। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता का गौरवशाली इतिहास रहा है। आज से 118 वर्ष पूर्व सन् 1900 में माधव राव सप्रे पेण्ड्रा से छत्तीसगढ़ मित्र का प्रकाशन प्रारंभ किया था। पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस विश्वविद्यालय कर उदघाटन किया। इस विश्वविद्यालय से कुशभाऊ ठाकरे जैसी विभूति का नाम जुड़ा हुआ है।  आने वाले समय में इस विश्वविद्यालय की पहचान बनाने की जवाबदारी यहां से निकले विद्यार्थियों की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पत्रकारिता में विश्वसनीयता सबसे महत्वपूर्ण है। पत्रकारिता में आगे बढ़ने के काफी अवसर है। उन्होंने पंडित रविशंकर शुक्ल और श्री मोतीलाल वोरा का इस संदर्भ में उल्लेख किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सुविधाओं के उपलब्ध होने से विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को इलेक्ट्रॉनिक पत्रकारिता और रेडियो पत्रकारिता का व्यवहारिक प्रशिक्षण मिलेगा और वे पूरे आत्मविश्वास के साथ पत्रकारिता जगत में काम प्रारंभ कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि तथ्यपरक खबरों और तर्कसंगत तरीके से अपनी बात रखने पर ही किसी पत्रकार की विश्वसनीयता बनती है। पत्रकार को अध्ययनशील होना चाहिए। पत्रकारिता के विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ के इतिहास, भूगोल की पूरी जानकारी हो, छत्तीसगढ़ के साहित्य, संस्कृति, राजनीति, वर्तमान घटनाक्रम की भी पूरी जानकारी होनी चाहिए और शालीनता के साथ अपनी बात रखना चाहिए।