छत्तीसगढ़ का भविष्य डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में सुरक्षित: एन. चन्द्रबाबू नायडू
रायपुर, 22 सितम्बर 2014/ आन्ध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री एन. चन्द्रबाबू ने कहा है कि कोई भी राज्य नेतृत्व की कुशलता से ही विकास की राह पर आगे बढ़ता है। मुझे खुशी है कि मात्र 14 साल पहले गठित नया छत्तीसगढ़ राज्य अपने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में विकास के कई क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा है। श्री नायडू ने आज शाम राजधानी रायपुर में आयोजित निवेशक सम्मेलन में आन्ध्र और छत्तीसगढ़ के उद्योगपतियों को सम्बोधित कर रहे थे।
श्री नायडू ने कहा- डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का भविष्य सुरक्षित है। रमन सरकार की कई योजनाएं निश्चित रूप से शासन-प्रशासन में नये प्रयोगों और नवाचारों का प्रतीक हैं, जिनका फायदा व्यापक रूप से यहां समाज के सभी जरूरतमंद वर्गो को मिल रहा है। श्री नायडू ने कहा- मैंने आज दिन भर के प्रवास में यहां नया रायपुर की विकास परियोजनाओं का अवलोकन किया और डॉ. रमन सिंह तथा उनके अधिकारियों की बैठक में विभिन्न योजनाओं का प्रस्तुतिकरण भी देखा। निवेशक सम्मेलन का आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम (सी.एस.आई.डी.सी.) द्वारा किया गया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सम्मेलन में प्रदेशवासियों की ओर से आन्ध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा- श्री नायडू पिछली बार लगभग दस वर्ष तक मुख्यमंत्री के रूप में आन्ध्रप्रदेश का नेतृत्व किया था, उनके नेतृत्व में आन्ध्र ने चमत्कारिक विकास किया है। अब एक बार फिर आन्ध्र को श्री नायडू का नेतृत्व मिला है। डॉ. रमन सिंह ने उन्हें छत्तीसगढ़वासियों की ओर से शुभकामनाएं दी। डॉ. रमन सिंह ने दोनों राज्यों के बीच परस्पर सहयोग को बढ़ावा देने की मंशा की प्रकट करते हुए कहा- आज के समय में अन्तर्राज्यीय संबंध देश की सबसे बड़ी ताकत हो सकते हैं।
निवेशकों को सम्बोधित करते हुए श्री चन्द्रबाबू नायडू ने आगे कहा- मुझे यह देखकर सुखद आश्चर्य हुआ कि पिछड़ा राज्य होने के बावजूद डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली सहित कई नवीन योजनाओं में सूचना प्रौद्योगिकी का बेहतर इस्तेमाल किया है और इस प्रौद्योगिकी के जरिए धान खरीदी की व्यवस्था में दूर-दराज के इलाकों से सूचनाओं के संग्रहण का सराहनीय नेटवर्क भी तैयार किया है। श्री नायडू ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने पीडीएस के साथ अनेक योजनाओं में हितग्राहियों को लाभान्वित करने ऑन लाइन व्यवस्था की है। छत्तीसगढ़ विशाल खनिज सम्पदाओं से परिपूर्ण राज्य है। वह दिन दूर नहीं जब छत्तीसगढ़ अपने खनिज और अन्य संसाधनों का इस्तेमाल कर देश का सबसे विकसित राज्य बनेगा। श्री चन्द्रबाबू नायडू ने कहा- छत्तीसगढ़ चौदह वर्ष पुराना राज्य है, जबकि तेलंगना राज्य बनने के बाद अब तो मैं नये आन्ध्रप्रदेश राज्य का मुख्यमंत्री हूं। हम लोग आन्ध्र नये सिरे से शुरूआत कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ और आन्ध्रप्रदेश व्यापार-व्यवसाय और विकास के विभिन्न क्षेत्रों में एक-दूसरे के साथ मिलकर देशहित में काम करें तो दोनों राज्य परस्पर विजेता की स्थिति (विन-विन सिचुवेशन) में होंगे। उन्होंने कहा- हमारे पास विशाखापट्टनम का बन्दरगाह है। छत्तीसगढ़ को उसका लाभ मिल सकता है। श्री नायडू ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए ‘मेक इन इंडिया’ के नारे का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत को सशक्त बनाने के लिए देश के सभी राज्यों को मिलकर काम करना होगा। यदि हम सब एकजुट होकर काम करें तो चीन और अमेरिका की तरह भारत भी अपने संसाधनों का अच्छे ढंग से इस्तेमाल करके एक शक्तिशाली राष्ट्र बन सकता है। श्री नायडू ने इस अवसर पर नये आन्ध्रप्रदेश राज्य के भौगोलिक, सामाजिक और आर्थिक परिदृश्य पर निवेशक सम्मेलन में एक प्रस्तुतिकरण भी दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने स्वागत करते हुए छत्तीसगढ़ बनने से पहले केन्द्रीय मंत्री के रूप में अपने साथ आन्ध्र के उस वक्त के मुख्यमंत्री रह चुके श्री नायडू के संबंधों का भी उल्लेख किया।
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि श्री नायडू काफी परिश्रमी और विनम्र स्वभाव के हैं। वे एक अच्छे योजनाकार हैं, उनके दस वर्ष के मुख्यमंत्रित्व में आन्ध्र ने चमत्कारिक विकास किया था। अब एक बार फिर आन्ध्र को उनका नेतृत्व मिला है। डॉ. रमन सिंह ने निवेशक सम्मेलन में दोनों राज्यों के निवेशकों से कहा- छत्तीसगढ़ में विकास की अपार संभावनाएं है और यह भविष्य का एक ‘छुपा रूस्तम’ राज्य है। छत्तीसगढ़ ने 14 साल की विकास यात्रा में इस्पात, बिजली, एल्युमिनियम जैसे कोर सेक्टर के उद्योगों में काफी तरक्की की है। केन्द्र ने छत्तीसगढ़ में चार नये मेगा बिजली संयंत्रों की मंजूरी दे दी है। राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) द्वारा जगदलपुर के पास नगरनार में निर्माणाधीन सार्वजनिक क्षेत्र का नया इस्पात संयंत्र अगले साल तक शुरू हो जाने की संभावना है। अब हम छत्तीसगढ़ में आटो मोबाइल, सौर ऊर्जा, खाद्य प्रसंस्करण और लघु वनोपज प्रसंस्करण, सूचना प्रौद्योगिकी तथा जैव प्रौद्योगिकी जैसे डाउन स्ट्रीम के नये उद्योगों में पंूजी निवेश को बढ़ावा दे रहे हैं। डॉ. रमन सिंह ने यह भी कहा- आज के समय में अन्तर्राज्यीय संबंधों से देश को ताकत मिलती है। छत्तीसगढ़ में सरप्लस बिजली हैै। हम नये आन्ध्रप्रदेश को बिजली दे सकते हैं। रेल, सड़क और विमान कनेक्टिविटी में भी हम आन्ध्र के साथ सहयोग करेंगे और इसके लिए अधिकारियों की टीम बनाकर सहयोग की नयी संभावनाओं को तलाशा जाएगा। डॉ. रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ के लिए केन्द्र से स्वीकृत रेल कॉरिडोर परियोजना का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के पूर्ण होने पर उत्तरी छत्तीसगढ़ में रेल सुविधाओं का काफी विकास होगा। इससे वहां जनता के लिए आर्थिक विकास के नये दरवाजे खुलेंगे। निवेशक सम्मेलन में छत्तीसगढ़ के लोक निर्माण, आवास और पर्यावरण मंत्री श्री राजेश मूणत, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री शिवराज सिंह, मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड और अन्य अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। छत्तीसगढ़ सरकार के वाणिज्य और उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री एन. बैजेन्द्र कुमार ने स्वागत भाषण दिया।