छत्तीसगढ़ी कला विधाओं के दस्तावेजीकरण के लिए दिल्ली की संस्था से एमओयू
रायपुर, 04 सितम्बर 2014/संस्कृति मंत्री श्री अजय चंद्राकर ने आज संस्कृति विभाग के सभाकक्ष में प्रदेश की संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन तथा प्रचार-प्रसार के लिए विभागीय फेसबुक एकाउंट का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि फेसबुक के माध्यम से देश और दुनिया भर में फेसबुक उपयोगकर्ता विभाग की विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रमों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
इस अवसर पर संस्कृति विभाग और सिन्हा की उपस्थिति में छत्तीसगढ़ी संस्कृति, वेशभूषा, खान-पान, बोली-भाखा और कला संगीत के दस्तावेजीकरण के लिए नई दिल्ली की सह-पीडीया नामक संस्था के बीच तीन वर्ष के लिए परस्पर सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। इस सहमति पत्र पर संस्कृति विभाग की ओर से सचिव श्री आर.सी. सिन्हा और संचालक श्री राकेश चतुर्वेदी ने तथा सह-पीडीया संस्था की ओर से कार्यपालिक निदेशक डॉ. सुधा गोपाल कृष्णन ने हस्ताक्षर किए। सहमति पत्र के अनुसार इस संस्था द्वारा पंडवानी, नाचा, भरथरी जैसी छत्तीसगढ़ की 100 कला विधाओं का दस्तवेजीकरण किया जाएगा। इस कार्य में दो करोड़ 90 लाख रूपए का खर्च आएगा।
संस्कृति मंत्री श्री चंद्राकर ने कहा कि विभाग के फेसबुक एकाउंट प्रारंभ हो जाने से अब देश-विदेश के लोग छत्तीसगढ़ की विधाओं, प्राचीन स्मारक स्थलों, कलाओं और परंपराओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। फेसबुक एकाउंट cgculture.deptt/gmail.com पर अवलोकन कर सकते है। उन्होंने कहा कि सहपीडिया के साथ अनुबंध से राज्य की संस्कृतिक धरोहरों, कलाओं और परंपराओं का स्थयीकरण होगा और आने वाले पीढ़ी भी इसका अध्ययन कर सकेगा। श्री चंद्राकर ने कहा कि महोत्सवों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और साहित्यिक गतिविधियों के लिए अलग-अलग बजट तैयार किया जाए और उसके आधार पर ही खर्च किया जाना चाहिए।