अमर शहीदों के सम्मान में 30 जनवरी को
रखा जाएगा दो मिनट का मौन
रायपुर 29 जनवरी 2013/राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर कल 30 जनवरी को शहीद दिवस मनाया जाएगा। इस दिन सवेरे ठीक 11 बजे दो मिनट का मौन धारण कर देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे चुके अमर शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि दी जाएगी। सामान्य प्रशासन विभाग ने शहीद दिवस के आयोजन के लिए विस्तृत दिशा निर्देश इस महीने की पन्द्रह तारीख को जारी कर दिया है।
परिपत्र में कहा गया है कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति दे चुके शहीदों की स्मृति में दो मिनट का मौन रखा जाएगा। जिन शहरों में सायरन (भोंपू) की व्यवस्था हो सकती है, वहां दो मिनट के मौन के शुरू होने से पहले और मौन पूर्ण होने के बाद पूर्ण निर्वाध (आॅल क्लीयर) की सूचना सायरन बजा कर दी जानी चाहिए। मौन शुरू होने की सूचना का संकेत सवेरे 10.59 बजे से 11 बजे तक और पूर्ण निर्वाध (आॅल क्लीयर) का संकेत सवेरे 11.02 से 11.03 बजे तक सायरन के जरिए देना चाहिए। परिपत्र में कहा गया है कि संकेत सुनकर सभी व्यक्ति खड़े हो जाएं और मौन धारण करें। मौन धारण करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति अपने कमरे में अवथा उस स्थान पर, जहां वह हो अकेले खड़े होने के बजाए यदि सभी व्यक्ति एक ही स्थान पर इकट्ठे होकर मौन के लिए खड़े हो सके तो यह और भी कारगर तथा प्रभावशाली होगा। किन्तु यदि इससे कार्य में अत्यधिक अस्त-व्यस्तता होने की आशंका हो तो सबको एक जगह एकत्रित करने की आवश्यकता नहीं है।
परिपत्र में कहा गया है कि शहीद दिवस को गंभीरता पूर्वक और उचित ढंग से मनाए जाने के लिए शैक्षणिक संस्थाओं और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को जिला प्रशासन द्वारा समुचित अनुदेश जारी किए जाए। शहीद दिवस के महत्व के बारे में भाषण और वार्ताएं की जाए जिनमें आजादी की लड़ाई में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान का विशेष रूप से उल्लेख हो। लोगों को देश की आजादी की रक्षा और राष्ट्र की समृद्धि के लिए नागरिक कर्तव्यों के बारे में भी बताया जाए। इसके लिए क्षेत्रीय प्रचार यूनिटों के जरिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों, फिल्मों-चलचित्रों के आयोजन का भी आग्रह किया गया है, जिनका मूल उद्देश्य आजादी की लड़ाई में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान और राष्ट्रीय एकता का स्मरण कराना हो। राज्य के सभी वाणिज्य और उद्योग संघों से भी अनुरोध किया जाए कि उनके सदस्य, सम्बद्ध एसोसिएशन तथा संगठन शहीद दिवस को उचित रूप से मनाए।