शिक्षक दिवस पर प्रधानमंत्री बच्चों और शिक्षकों को सम्बोधित करेंगे

रायपुर, 03 सितम्बर 2014/ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शुक्रवार पांच सितम्बर को शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा स्कूली बच्चों को सम्बोधित किए जाने के कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की भागीदारी की अपील की है। उन्होंने कहा है कि इस बार का शिक्षक दिवस हम सबके लिए एक ऐतिहासिक और यादगार होगा, जब प्रधानमंत्री देश के करोड़ों बच्चों और शिक्षकों को सीधे सम्बोधित करेंगे।  स्कूल शिक्षा विभाग ने यहां मंत्रालय से परिपत्र जारी कर अधिकारियों से कहा है कि बच्चों और शिक्षकों को प्रधानमंत्री के उद्बोधन का लाइव प्रसारण सुनाने के लिए स्कूलों में रेडियो और टेलीविजन सेट की व्यवस्था की जाए। कार्यक्रम के प्रसारण की व्यवस्था टेलीविजन सेट, एडुसेट, आकाशवाणी और इंटरनेट आधारित कम्प्यूटर के माध्यम से की जा रही है, ताकि प्रदेश के सभी सरकारी और गैरसरकारी स्कूलों के बच्चे और शिक्षक प्रधानमंत्री का उद्बोधन आसानी से देख और सुन सकें।
यह परिपत्र सभी जिला कलेक्टरों, जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों, जिला शिक्षा अधिकारियों और आदिम जाति विकास विभाग के सहायक आयुक्तों को जारी किया गया है। इसमें बताया गया है कि प्रधानमंत्री का उद्बोधन अपरान्ह तीन बजे से 4.45 बजे तक होगा। इसमें छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के कुछ बच्चे भी प्रधानमंत्री से सीधे संवाद कर सकेंगे। परिपत्र में पांच सितम्बर को राज्य के सभी स्कूल सवेरे ग्यारह बजे से शाम पांच बजे तक लगाने के निर्देश दिए गए हैं। परिपत्र में यह भी कहा गया है कि राज्य के जिन सरकारी और अशासकीय स्कूलों में टेलीविजन सेट उपलब्ध हैं, वहां के प्रधान अध्यापक अथवा प्राचार्य द्वारा बच्चों के लिए प्रधानमंत्री का प्रसारण देखने की व्यवस्था की जाएगी। जिन स्कूलों में टेलीविजन सेट नहीं है, वहां प्राचार्य अथवा विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा ग्राम पंचायतों में उपलब्ध टेलीविजन सेट की व्यवस्था की जाएगी या फिर किसी उपयुक्त स्थान पर, जहां  प्रसारण सुनने की सुविधा हो, वहां पर इसकी व्यवस्था की जाएगी। प्रसारण में आकस्मिक व्यवधान से बचने के लिए जनरेटर/इनवर्टर की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
अधिकारियों से कहा गया है कि इस दौरान शत-प्रतिशत बच्चों और शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। सभी बच्चे अपनी स्कूली गणवेश में रहे। शिक्षक दिवस के दिन प्रत्येक स्कूल में मध्यान्ह भोजन योजना के तहत स्कूली बच्चों के साथ अतिथि भोज का कार्यक्रम भी आयोजित किया जाए, जिसमें बच्चों के अभिभावकों, स्थानीय पंच-सरपंचों और प्रमुख नागरिकों को आमंत्रित किया जाए और सब मिलकर बच्चों के साथ भोजन करें। प्रधानमंत्री के उद्बोधन के जीवंत प्रसारण के लिए प्रदेश के सभी 224 एडुसेट केन्द्रों को भी तकनीकी रूप से ठीक-ठाक रखा जाए। राज्य के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद में सेटेलाईट की व्यवस्था है। अन्य विकल्प के रूप में आईसीटी के तहत रायपुर परिक्षेत्र के 653 स्कूलों में इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ कम्प्यूटर लैब भी उपलब्ध हैं। इनका उपयोग भी प्रसारण सुनने के लिए किया जा सकता है। यदि स्कूल के बाहर प्रसारण व्यवस्था की गई है तो वहां बारिश से बचाव और ध्वनि की स्पष्टता का भी ध्यान रखा जाए। राज्य के जिन दुर्गम इलाकों में टेलीविजन प्रसारण तकनीकी करणों से संभव नहीं वहां के स्कूलों में रेडियो के माध्यम से बच्चों को प्रसारण सुनाने की व्यवस्था की जाए। परिपत्र में कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद उसका प्रतिवेदन भी पांच सितम्बर की शाम तक ई-मेल अथवा फैक्स के जरिए भेजने के निर्देश दिए गए हैं।

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