छत्तीसगढ़ में ऐतिहासिक संत परम्परा पर आयोजित शोध संगोष्ठी सम्पन्न
छत्तीसगढ़ में ऐतिहासिक संत परम्परा पर आयोजित दो दिवसीय शोध संगोष्ठी सम्पन्न हुआ। इस संगोष्ठी के सभी सत्रों में 21 शोध पत्रों का वाचन किया गया।
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Read moreप्रतिवर्ष सत्रह सितंबर को औद्योगिक प्रतिष्ठानों, कारख़ानों, लोहे की दुकानों , वाहन विक्रय केन्द्रों , शोरूम्स, सर्विस सेंटर्स, कंस्ट्रक्शन एवं
Read moreबाबा गुरू घासीदास छत्तीसगढ़ के भुंइया पर अवतरित युग पुरूष महामानव हैं जिन्होंने समाज में नई विचार चेतना का उद्भव
Read moreकोसीर/ कोसीर में विराजमान सिद्धिदात्री मां कौसलेश्वरी देवी की मंदिर में कुवांर व चैत्र नवरात्री पर आस्था के सैकडों द्वीप
Read moreरथ का निर्माण भगवान विश्वकर्मा के वंशज परम्परागत शिल्पकार महाराणा करते हैं, ये शिल्पकार उड़ीसा में प्राचीन काल से स्थापत्य एवं निर्माण कार्य करते हैं। कोणार्क के मंदिर का निर्माण करने वाले शिल्पकार विसु महाराणा का उल्लेख तेहरवीं शताब्दी में मिलता है, जिसमें कोर्णाक मंदिर निर्माण की योजना तैयार की एवं उसका निर्माण किया।
Read moreभारत के महान समाज सुधारक और क्रांतिकारी कवि संत कबीर के जीवन दर्शन का छत्तीसगढ़ के जन-जीवन पर गहरा और अमिट प्रभाव रहा है, जो आज भी देखा जा सकता है।
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