इंजरम-भेज्जी सड़क का नामकरण शहीद जगजीत सिंह के नाम पर करने का ऐलान

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज राज्य के बस्तर संभाग के अंतिम छोर के नक्सल हिंसा पीड़ित जिले सुकमा के ग्राम इंजरम में आयोजित लोक समाधान शिविर में शामिल हुए । उन्होंने जनता को सम्बोधित करते हुए जिले के ग्राम इंजरम से भेज्जी तक करीब 30 किलोमीटर सड़क का नामकरण शहीद जगजीत सिंह के नाम पर करने का ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने इस मार्ग का निरीक्षण भी किया।
ज्ञातव्य है कि स्वर्गीय श्री जगजीत सिंह केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल में निरीक्षक के पद पर कार्यरत थे। इंजरम-भेज्जी किलोमीटर मार्ग निर्माण कार्य में सुरक्षा ड्यूटी करते हुए उन्होंने पिछले वर्ष आज ही के दिन अर्थात 11 मार्च को नक्सलियों का बहादुरी से मुकाबला किया। इस मुठभेड़ में उनकी शहादत हुई। मुख्यमंत्री ने इंजरम के समाधान शिविर में इस घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि श्री जगजीत सिंह की शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता। नक्सलवाद की गंभीर चुनौती के बावजूद इस महत्वपूर्ण सड़क का निर्माण पूरा होना इस बात का परिचायक है कि विकास के रास्ते पर चलकर हम सब नक्सल समस्या को खत्म कर सकते हैं।
डॉ. सिंह ने कहा-बस्तर संभाग और विशेष रूप से इस संभाग के सुकमा, बीजापुर जैसे जिलों में सुरक्षा बलों के हमारे जवान और अधिकारी पूरी मुस्तैदी से नक्सल चुनौती का सामना कर रहे हैं। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के निरीक्षक श्री जगजीत सिंह जैसे कई बहादुर जवानों ने इस अंचल में सड़कों के निर्माण और विकास कार्यों में सुरक्षा के दायित्वों का निर्वहन करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है। मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की।