छत्तीसगढ़ में जैविक खेती को बढ़ावा देने पर केन्द्रीय कृषि मंत्री की मिली सराहना

रायपुर/ केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री राधामोहन सिंह ने छत्तीसगढ़ में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कार्याें की सराहना की है।

श्री राधामोहन सिंह ने गत दिनों नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कृषि उन्नति मेला 2018 में राज्य शासन के उद्यानिकी विभाग तथा जैविक खेती से जुड़ी जैविक संस्थाओं के स्टालों का अवलोकन किया। स्टालों में छत्तीसगढ़ के जैविक उत्पादों की प्रदर्शनी लगायी गई थी। यहां पर राज्य शासन की जैविक खेती प्रोत्साहन योजनाओं की जानकारी भी दी गई।

केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री राधामोहन सिंह ने मेले के भ्रमण के दौरान उद्यानिकी विभाग के स्टाल में प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उद्यानिकी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने केन्द्रीय मंत्री को छत्तीसगढ़ में चल रही जैविक खेती को बढ़ावा देने की योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया।

 

केन्द्रीय मंत्री ने स्टाल का अवलोकन करने के बाद कहा कि खेती के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहे छत्तीसगढ़ की जैविक खेती प्रोत्साहन योजनाएं सराहनीय हैं। जैविक खेती आज की जरूरत बन गई है। छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार ने जैविक खेती के महत्व को समझते हुए किसानों को जैविक खेती की ओर ले जाने के लिए काफी ठोस कदम उठाए हैं।

 

किसानों को जैविक खेती की ओर प्रोत्साहित करने के लिए छत्तीसगढ़ में कार्य कर रही संस्था ’सुविधा’ के स्टाल में भी केन्द्रीय कृषि मंत्री पहुंचे। केन्द्रीय कृषि मंत्री ने वहां पर संस्था की गतिविधियों के बारे में चर्चा की। इस संस्था के प्रतिनिधियों ने केन्द्रीय मंत्री को बताया कि छत्तीसगढ़ के चार जिलों में संस्था की गतिविधियां चल रही हैं।

 

जैविक खेती को प्रोत्साहित करना और जमीन का प्रमाणीकरण करना संस्था के मुख्य उद्देश्यों में शामिल हैं। प्रतिनिधियों ने बताया कि चारों जिलों में किसानों को जैविक आदान एवं बाजार उपलब्ध कराने का कार्य संस्था द्वारा किया जाता है। किसानों को जैविक खेती के तौर-तरीकों के संबंध में तकनीकी और व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाता है।