गुरू घासीदास शोध पीठ की स्थापना होगी : डॉ रमन सिंह

रायपुर, 27 दिसंबर 2016/ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर में गुरू घासीदास शोध पीठ की स्थापना की जाएगी। डॉ. सिंह ने आज शाम यहां शहीद स्मारक भवन में आयोजित अनुसूचित जाति सम्मेलन में यह घोषणा की। सम्मेलन का आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति आयोग द्वारा गुरू घासीदास की 260वीं जयंती पर मनाए जा रहे गुरू पर्व के उपलक्ष्य में किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों के सामाजिक-आर्थिक और शैक्षणिक विकास के लिए कई योजनाएं चला रही है। इन वर्गों के लोग भी अब अपनी मेहनत से हर क्षेत्र में अच्छी तरक्की करते हुए समाज में पहचान बना रहे हैं। डॉ. सिंह ने कहा-अन्य राज्यों में भी अनुसूचित जाति वर्ग की बेहतरी के लिए कई कार्य हो रहे हैं, जिनके अध्ययन के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अनुसूचित आयोग के माध्यम से इस वर्ग के प्रबुद्धजनों का एक प्रतिनिधिमंडल ऐसे राज्यों के अध्ययन दौरे पर भेजा जाएगा। डॉ. सिंह ने सत्य और अहिंसा पर आधारित गुरू बाबा घासीदास के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गुरू बाबा ने पूरी दुनिया को मानवता का संदेश दिया। लोगों को परोपकार की शिक्षा दी। डॉ. सिंह ने इस मौके पर राज्य सरकार के अनुसूचित जाति विकास विभाग की आकस्मिकता योजना और अस्वच्छ व्यवसायों में लगे व्यक्तियों के पुनर्वास अधिनियम 2013 पर आधारित पुस्तिका का विमोचन किया। डॉ. सिंह ने आयोजकों की ओर से समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले नागरिकों को और प्रतिभावान विद्यार्थियों को सम्मानित किया।
सम्मेलन को आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री श्री पुन्नूलाल मोहले और अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष श्री रामजी भारती ने भी सम्बोधित किया। सम्मेलन में राज्यसभा सांसद डॉ. भूषणलाल जांगड़े, विधायक श्रीमती सरोजनी बंजारे, पूर्व विधायक श्री डोमनलाल कोर्सेवाड़ा, श्री संजय ढीढी, अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य श्री हेमचंद जांगड़े, श्रीमती नीरा चौहान, सुश्री रेखा मेश्राम और श्री विनोद खण्डेकर सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।