विविध कला प्रशिक्षण शिविर ‘आकार’ का आयोजन एक मई से

रायपुर, 26 अप्रैल 2018/राज्य सरकार के संस्कृति एवं पुरात्तव संचालनालय रायपुर द्वारा लोगों की रचनात्मक अभिरूचियों को प्रोत्साहित करने के लिए पिछले साल की तरह इस वर्ष भी प्रदेश के चार संभागीय मुख्यालयों-रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर (बस्तर) और अम्बिकापुर (सरगुजा) में परम्परागत शिल्प और विविध कला प्रशिक्षण शिविर ‘आकार’ का आयोजन किया जा रहा है। इसमें नन्हें बच्चों से लेकर युवा और बुजुर्ग, सभी आयु वर्ग के लोग हिस्सा ले सकते हैं।

संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि राजधानी और संभागीय मुख्यालय रायपुर स्थित महंत घासीदास संग्रहालय परिसर में आकार 2018 का यह शिविर एक मई से 15 मई तक, बिलासपुर में 15 मई से 30 मई तक, जगदलपुर में एक जून से दस जून तक और अम्बिकापुर में भी एक जून से दस जून तक आयोजित किया जाएगा। आकार 2018 में लोग प्रतिदिन दो पालियों में सवेरे 7 बजे से 10 बजे तक और शाम 4.30 से 7.30 बजे तक शामिल हो सकेंगे। इसके लिए उन्हें संस्कृति एवं पुरातत्व संचालनालय (महंत घासीदास संग्रहालय परिसर) रायपुर के राजभाषा प्रभाग में आवेदन करना होगा। आवेदन 200 रूपए के प्रशिक्षण शुल्क सहित भेजा जा सकता है। दिव्यांगजनों और अनाथ आश्रमों के प्रशिक्षुओं को शुल्क में छूट दी जाएगी। प्रशिक्षण के बाद सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे।
राजधानी रायपुर में एक मई से पन्द्रह मई तक होने वाले आकार शिविर के लिए उप संचालक श्री एस.एस.सी. केरकेट्टा को प्रभारी अधिकारी बनाया गया है। उनसे मोबाइल नंबर 98264-39500 पर सम्पर्क किया जा सकता है। रायपुर के शिविर में ढोकरा शिल्प, मृदा शिल्प, जापानी पेपर कटिंग, पेंटिंग, क्ले आर्ट, कैलीग्राफी, ड्राई फ्लावर, म्यूरल आर्ट, ग्लास पेंटिंग, रजवार भित्ति चित्र, बोनसाई सहित लोक नृत्य और क्लासिकल नृत्य, नाटक, मार्शल आर्ट (कराटे) और पट्टचित्र का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि बिलासपुर के आकार शिविर 2018 के लिए वहां के उप संचालक (पुरातत्व) श्री जे.आर. भगत को प्रभारी अधिकारी बनाया गया है, उनका मोबाइल नंबर 97527-46782 है। बिलासपुर शिविर में लोक नृत्य और क्लासिकल नृत्य, चित्रकला, पेंटिंग, पैराआर्ट, रजवार भित्ति चित्रकला, गोदना, ड्राई फ्लावर, क्ले आर्ट, म्यूरल आर्ट, मृदा शिल्प और छत्तीसगढ़ी व्यंजन बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जगदलपुर के आकार शिविर के लिए वहां के पुरातत्व संग्रहालय अध्यक्ष श्री अमृतलाल पैकरा को प्रभारी अधिकारी नामांकित किया गया है। उनका मोबाइल नंबर 96699-41110 है। वहां के शिविर में पैरा आर्ट, ड्राई फ्लावर, बांस शिल्प, लोक नृत्य और क्लासिकल नृत्य, थर्मोकोल कटिंग, म्यूरल आर्ट और नाटक विधा में प्रशिक्षण दिया जाएगा। अम्बिकापुर शिविर के लिए वहां के पुरातत्व विभाग के रसायनज्ञ डॉ. के.पी. वर्मा प्रभारी अधिकारी बनाए गए हैं। श्री वर्मा का मोबाइल फोन नंबर 98264-67474 है। अम्बिकापुर (सरगुजा) के शिविर में रजवार भित्ति चित्रकला, गोदना पेंटिंग, लोक नृत्य और क्लासिकल नृत्य, ड्राई फ्लावर, क्ले आर्ट, म्यूरल आर्ट और पैरा आर्ट का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
आकार 2018 में विभिन्न कला विधाओं का प्रशिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक व्यक्ति राजधानी रायपुर स्थित संस्कृति एवं पुरातत्व संचालनालय के टेलीफोन नंबर 0771-2537404 पर भी अधिकारियों से सम्पर्क कर सकते हैं। इसके अलावा प्रशिक्षण शिविर की विस्तृत जानकारी संस्कृति विभाग की वेबसाईट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट सीजीकल्चर डॉट इन ( www.cgculture.in) पर भी देखी जा सकती है। इसके साथ ही आवेदन फार्म इस वेबसाईट से डाउनलोड किया जा सकता है और ई-मेल deptt.culture@gmail.com पर भी भेजा जा सकता है।