तेन्दूपत्ता संग्राहण की पारिश्रमिक दर अब ढाई हजार से बढ़कर होगी चार हजार

रायपुर, 01 जनवरी, 2019/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि राज्य सरकार ने लाखों तेन्दूपत्ता संग्राहकों के लिए पारिश्रमिक की दर ढाई हजार रूपए से बढ़ाकर चार हजार प्रति मानक बोरा करने का निर्णय लिया है। श्री बघेल आज जिला मुख्यालय दन्तेवाड़ा में नागरिक अभिनंदन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि नई सरकार ने शपथ लेने के 10 दिन के भीतर ही जनता के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। किसानों की ऋणमाफी सहित 25 सौ रूपए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का निर्णय लेकर किसानों की बेहतरी के लिए पहला कदम उठाया है। झीरम घाटी घटना की जांच के लिए एसआईटी गठित करने का फैसला किया है। इस अवसर पर उन्होंने मां दन्तेश्वरी मंदिर परिसर में नवीन ज्योति कलश भवन निर्माण की मंजूरी दी।

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि बस्तर की आराध्य देवी मां दन्तेश्वरी की पूजा-अर्चना से नये साल की शुरूआत हो रही है। इस नये साल में सभी प्रदेशवासी सुख-समृद्धि और खुशहाली की ओर अग्रसर होंगे। उन्होंने कहा कि वन क्षेत्रों में वनवासियों के हितों का पूरा ख्याल रखा जाएगा। तेरह दिसम्बर 2005 के पूर्व वनभूमि में काबिज वनवासियों को पट्टे देने के लिए सरकार वचनबद्ध है।

पात्रता अनुसार अनुसूचित जनजाति और गैर अनुसूचित जनजाति वर्ग के हितग्राहियों को भी वनाधिकार पट्टे प्रदान किये जायेंगे। श्री बघेल ने कहा – गैर अनुसूचित जनजाति वर्ग के परिवारों को तीन पीढ़ी अथवा 75 वर्ष से निवास करना जरूरी है। उन्होंने चरवाहों को मानदेय देने तथा मवेशियों के लिए चारे की व्यवस्था करने का भरोसा दिलाया।

समारोह में वाणिज्य कर (आबकारी) एवं उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, विधायक बस्तर श्री लखेश्वर बघेल, विधायक कोंडागांव श्री मोहन मरकाम, विधायक बीजापुर श्री विक्रम मंडावी सहित मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री राजेश तिवारी, पूर्व विधायक श्रीमती देवती कर्मा, पूर्व विधायक श्रीमती फूलोदेवी नेताम, स्थानीय जनप्रतिनिधि, कमिश्नर बस्तर श्री धनंजय देवांगन, प्रभारी कलेक्टर श्री जगदीश सोनकर, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।