नक्सलियों के बड़े हमले में 6 जवान शहीद, मुख्यमंत्री ने नक्सल वारदात की तीव्र निंदा की

रायपुर, 20 मई/ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राज्य के दंतेवाड़ा जिले में आज नक्सलियों द्वारा बारूदी सुरंग विस्फोट में जिला पुलिस बल के छह जवानों की शहादत पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।

डॉ. सिंह ने इन शहीदों के परिवारों प्रति संवेदना प्रकट की है और इस नक्सल वारदात की तीव्र निंदा की है। डॉ. सिंह ने घायल जवानों के जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए संबंधित अधिकारियों को उनका बेहतर से बेहतर इलाज करवाने के निर्देश दिए है।

नक्सलियों ने आज सुबह बारुदी सुरंगों का विस्फ़ोट कर 6 जवानों को शहीद कर दिया। वहीं एक जवान गंभीर रुप से घायल हो गया। बारुदी सुरंग विस्फ़ोट करने के बाद नक्सली जवानों के 2 एके 47, 2 एसएलआर, 2 इंसास एवं 2 हेंड ग्रेनेड भी लूटकर ले गए। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है।

पुलिस सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि सुबह सीएएफ़ एवं डीएफ़ का संयुक्त पुलिस बल बोलेरो वाहन में सवार होकर सड़क निर्माण की सुरक्षा हेतु बचेली के कार्यस्थल की ओर रवाना हुआ था। जहाँ रास्ते में घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने बारुदी सुरंग का विस्फ़ोट कर वाहन को उड़ा दिया।

वाहन में बैठे सुरक्षा बल विस्फ़ोट के दायरे में आ गए एवं 6 जवानों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। विस्फ़ोट इतना तगड़ा था कि वाहन के परखच्चे उड़ गए तथा जमीन पर 2 फ़ुट गहरा गड्ढा बन गया। घायल जवान अर्जुन राजभर को बचेली अस्पताल लाया गया है।

नक्सली हमले में शहीद जवानों में जिला पुलिस बल के प्रधान आरक्षक रामकुमार यादव, आरक्षक टीकेश्वर ध्रुव, सहायक आरक्षक सालीगराम, विक्रम यादव, आरक्षक राजेश सिंह तथा आरक्षक वरिन्द्र नाथ हैं। बस्तर डीआईजी रतनलाल डांगी ने 6 जवानों के शहादत की पुष्टि करते हुए बताया कि घटना के बाद समूचे इलाके में एलर्ट जारी कर दिया गया है और गश्त सर्चिंग तेज कर दी गयी है।

नक्सलियों द्वारा बारुदी सुरंग के विस्फ़ोट से सुरक्षा बलों के जवानों की हत्या पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे जिला पुलिस बल के जवानों ने सड़क निर्माण में सुरक्षा देने के लिए कर्त्तव्य पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है। उनकी यह शहादत हमेशा याद रखी जाएगी। यह नक्सलियों की कायरतापूर्ण हरकत है।

इससे यह भी साबित होता है कि नक्सली इस जिले के ग्रामीणों और आदिवासियों तक सड़क जैसी बुनियादी सुविधा भी नही पहुंचने देना चाहते। इससे उनकी जन-विरोधी और विकास विरोधी मानसिकता उजागर होती है।

इसके बावजूद हमारे पुलिस बल और सड़क निर्माण से जुड़े अधिकारियों, कर्मचारियों और श्रमिकों का मनोबल बहुत ऊंचा है।दंतेवाड़ा सहित सम्पूर्ण बस्तर संभाग के सभी जिलों में जनता को बारहमासी आवागमन की सुविधा दिलाने के लिए सड़कों का जाल बिछाने हम सब वचनबद्ध है।