तरक्की बंदूक से नहीं विकास कार्यों से होगी

रायपुर, 14 मई 2018/ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में प्रदेश व्यापी विकास यात्रा के आज नक्सल प्रभावित जिला मुख्यालय नारायणपुर पहुंचने पर जनता ने बड़े उत्साह से उनका स्वागत किया। उन्होंने नक्सलियों से हिंसा छोड़ने का आव्हान करते हुए कहा कि अंचल की तरक्की बंदूकों से नहीं विकास के कार्यों से होगी।

डॉ. सिंह ने कहा कि नक्सलवाद विकास में बाधक है। नक्सल गतिविधियों के कारण यहां शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास में रूकावट आयी है। नारायणपुर में आयोजित आम सभा में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को तीरधनुष भेंट कर और पगड़ी पहनाकर उनका आदिवासी परम्परा के अनुसार आत्मीय स्वागत किया।

डॉ. सिंह ने इस अवसर पर नारायणपुर जिले के विकास के लिए लगभग 223 करोड़ 34 लाख रूपए की लागत के 77 विभिन्न निर्माण और विकास कार्यों का भूमि पूजन और शिलान्यास किया। इन कार्यों में से मुख्यमंत्री ने 47 करोड़ 32 लाख रूपए की लागत के 18 निर्माण कार्यों का लोकार्पण और लगभग 176 करोड़ के 59 कार्यों का भूमि पूजन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री श्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय और आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री केदार कश्यप सहित अनेक जनप्रतिनिधि और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधि और ग्रामीणों के आग्रह पर नारायणपुर में अम्बेडकर पार्क के लिए 50 लाख की स्वीकृति, नारायणपुर जिला मुख्यालय के मुख्य सड़क मार्ग (3 किलोमीटर)  चौड़ीकरण और राजधानी रायपुर से ओरछा(अबूझमाड़) तक बस चलाने की अनुमति प्रदान करने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने नारायणपुर में जिला एवं सत्र न्यायालय शीघ्र शुरू करने का आश्वासन भी दिया। इसके लिए राज्य शासन द्वारा उचित पहल की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओरछा में पटवारियों के रिक्त 18 पद शीघ्र भरे जाएंगे। उन्होंने अबूझमाड़ के दूरस्थ पांच गांव कोडोली, जिवलापदर, नेड़नार, ताड़ोनार और आकाबेड़ा में बसे 169 अबूझमाड़िया परिवारों को भू-स्वामी अधिकार पत्र सौंपे। डॉ. सिंह ने 870 अबूझमाड़िया परिवारों को रेडियो भी वितरित किए।

उच्च शिक्षा मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री श्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने कहा कि प्रदेश के चार लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया गया है। जिन्हें रोजगार के अच्छे अवसर मिल रहे हैं। आदिम जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जिले को विकास कार्यों की सौगात देकर इस क्षेत्र को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा है। जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल सहित हर क्षेत्र में चहुंमुखी विकास हुए हैं।

मुख्यमंत्री ने नारायणपुर में जिन कार्यों का लोकार्पण किया उनमें इनमें बालक-बालिकाओं के लिए पांच-पांच सौ सीटों के दो अलग-अलग छात्रावास भवन, इंडोर स्टेडियम, पांच पंचायत भवन, पर्यावरण पार्क, नल-जल योजना के कार्य, पॉलीटेक्निक में नव-निर्मित 50 सीटर कन्या छात्रावास और आवास गृह सहित पुल-पुलिया निर्माण और स्कूल भवन निर्माण के अनेक कार्य शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने जिन कार्यों का भूमि पूजन और शिलान्यास किया, उनमें प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत 90 करोड़ रूपए की लागत की 175 किलोमीटर लम्बी सड़कें, नारायणपुर में केन्द्रीय विद्यालय का भवन, विकासखण्ड मुख्यालय ओरछा में लाइवलीहुड कॉलेज भवन, नेलवाड़ा में 33 के.व्ही. क्षमता का विद्युत उपकेन्द्र, आकाबेड़ा और ओरछा में बनने वाला 33/11 क्षमता के विद्युत उपकेन्द्र, ओरछा तहसील कार्यलय भवन, बालिका छात्रावास, आठ सड़क निर्माण कार्य – बासिंग से बटबेड़ा, कुंदाड़ी से मरदेल, किहकाड़ से कोहकामेटा, हतलानार से गुमियाबेड़ा सड़क तथा पुल-पुलिया निर्माण, सीसी रोड, माड़िया सह-सामुदायिक भवन के कार्य शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने 14 हजार 293 हितग्राहियों को 15 करोड़ 30 लाख रूपए की सामग्री और सहायता राशि का वितरण किया। उन्होंने श्रम विभाग की योजना के तहत ढाई हजार श्रमिकों को निःशुल्क साईकिल और 1500 श्रमिकों को औजार किट, 200 सिलाई मशीन और 20 हितग्राहियों को ई-रिक्शा वितरित किए।

उन्होंने जिले के 894 किसानों को कृषि विभाग की योजनाओं में हाईब्रिड, सब्जी मिनी किट, बीज मिनी किट, डीजल पंप और विद्युत पंप , 3 समूहों को ऐग हेचिग मशीन एवं कड़कनाथ चूजा और कोदो-कुटकी प्रोसेसिंग मशीन और सौर सुजला योजना के अंतर्गत 10 किसानों सोलर सिंचाई पंप भी वितरित किए।

मुख्यमंत्री ने 10वीं और 12वीं की प्रतिभावान छात्रों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर नारायणपुर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रमीला उइके, बस्तर कमिश्नर श्री दिलीप वासनीकर, आईजी श्री विवेकानंद सिन्हा, कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र शुक्ला सहित अनेक जनप्रतिनिधि और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे