मिनी माता और रेशम लाल जांगड़े ने देश और समाज के लिए अर्पित कर दिया अपना सम्पूर्ण जीवन: डॉ. रमन सिंह

रायपुर, 11 अगस्त 2018/ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला सांसद  स्वर्गीय मिनी माता ने समाज के दबे, कुचले तबकों स्वाभिमान जगाने और महिला सशक्तिकरण की दिशा में सराहनीय कार्य किया।

स्वर्गीय श्री रेशमलाल जांगड़े भी प्रदेश के अत्यंत कर्मठ और सजग लोकसभा सांसद और विधायक थे। मुख्यमंत्री ने कहा-स्वर्गीय श्रीमती मिनी माता और स्वर्गीय श्री रेशमलाल जांगड़े ने राज्य, देश और समाज के विकास के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन अर्पित कर दिया।

मिनी माता एक जागरूक सांसद के रूप में समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों के लिए संसद में भी लगातार आवाज उठाती रहीं। डॉ. सिंह आज जिला मुख्यालय राजनांदगांव में सतनाम सेवा समिति द्वारा स्वर्गीय मिनीमाता और पूर्व सांसद स्वर्गीय श्री रेशमलाल जांगड़े की पुण्य तिथि पर आयोजित कार्यक्रम में जनता को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में एक पुस्तक का भी विमोचन किया। उन्होंने स्वर्गीय मिनीमाता को छत्तीसगढ़ की अस्मिता के प्रतीक, जागरूक महिला बताया।

मुख्यमंत्री ने  जीई रोड राजनांदगांव स्थित सतनामी धर्मशाला के अपूर्ण निर्माण कार्यों को पूर्ण करवाने के लिए 10 लाख रूपए का स्वेच्छा अनुदान स्वीकृत करने की भी घोषणा की। उन्होंने सतनामी धर्मशाला पहुंचकर स्वर्गीय मिनीमाता की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

छत्तीसगढ़ के हितों के लिए भी उन्होंने संसद में आवाज बुलंद की। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री रेशमलाल जांगड़े सन 1950 में देश की अंतरिम संसद के सदस्य और 1952 में बिलासपुर से लोकसभा सांसद बने। संसद के अलावा अविभाजित मध्यप्रदेश की विधानसभा में भी उन्होंने छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया।

मुख्यमंत्री ने कहा – प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम को और अधिक सशक्त बनाया है। स्वर्गीय मिनीमाता के संघर्षों के बदौलत आज अनुसूचित जाति समाज में बहुत बदलाव आया है।

आज सतनामी समाज की पहचान एक शिक्षित, जागरूक एवं संगठित समाज के रूप में है। उन्होंने कहा कि शिक्षित समाज ही देश का नेतृत्व करता है। डॉ. सिंह ने समाज में व्याप्त कुरितियों एवं भेदभाव तथा ऊंच-नीच जैसी बुराईयों को मिटाने में बाबा गुरूघासीदास के अवदानों का भी उल्लेख किया।

उन्होंने कहा कि बाबा का संदेश आज भी प्रासंगिक है। हमारे पंथी नृत्य दल के कलाकार आज भी गांव-गांव जाकर बाबा के संदेशों को आगे बढ़ा रहे है। उन्होंने इस अवसर पर बाबा गुरूघासीदास एवं स्वर्गीय मिनीमाता के संदेशों को आत्मसात कर राष्ट्र व समाज के विकास में भागीदारी निभाने की बात भी कही।