छत्तीसगढ़ के 65 लाख स्कूली बच्चे आज सुनेंगे प्रधानमंत्री का संदेश

रायपुर, 04 सितम्बर 2014/ शिक्षक दिवस के अवसर पर कल पांच सितम्बर को देश के शिक्षकों और बच्चों के नाम रेडियो और टेलीविजन पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का संदेश सुनाने के लिए सभी तैयारियां छत्तीसगढ़ में भी पूरी कर ली गई है। राज्य के लगभग 59 हजार सरकारी और अशासकीय स्कूलों के तकरीबन 65 लाख बच्चे इस अवसर पर प्रधानमंत्री का उद्बोधन सुनेंगे। रेडियो और टेलीविजन पर उनके भाषण का प्रसारण अपरान्ह तीन बजे से 4.45 बजे तक होगा। इसमें छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के कुछ बच्चे भी प्रधानमंत्री से सीधे संवाद कर सकेंगे।
राज्य सरकार ने कल पांच सितम्बर को प्रदेश के सभी स्कूल सवेरे ग्यारह बजे से शाम पांच बजे तक खोलने के निर्देश दिए गए हैं। स्कूल शिक्षा विभाग के परिपत्र के अनुसार कल पांच तारीख को राज्य के प्रत्येक स्कूल में मध्यान्ह भोजन योजना के तहत दोपहर को स्कूली बच्चों के साथ अतिथि भोज का कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें सभी बच्चे अपने माता-पिता और अभिभावकों सहित स्थानीय पंच-सरपंचों तथा प्रमुख नागरिकों के साथ बैठकर भोजन करेंगे।  मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश के सभी शिक्षकों और स्कूली बच्चों से अपील की है कि वे कल पांच सितम्बर को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी  का संदेश जरूर सुनें। डॉ. सिंह ने कहा कि देश की इतिहास में यह पहली बार है जब शिक्षक दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री स्वयं भारत के शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को विशेष रूप से सम्बोधित करेंगे।  स्कूल शिक्षा विभाग ने यहां मंत्रालय से परिपत्र जारी कर अधिकारियों से कहा है कि बच्चों और शिक्षकों को प्रधानमंत्री के उद्बोधन का लाइव प्रसारण सुनाने के लिए स्कूलों में रेडियो और टेलीविजन सेट की व्यवस्था की जाए। कार्यक्रम के प्रसारण की व्यवस्था टेलीविजन सेट, एडुसेट, आकाशवाणी और इंटरनेट आधारित कम्प्यूटर के माध्यम से की जा रही है, ताकि प्रदेश के सभी सरकारी और गैरसरकारी स्कूलों के बच्चे और शिक्षक प्रधानमंत्री का उद्बोधन आसानी से देख और सुन सकें।
यह परिपत्र सभी जिला कलेक्टरों, जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों, जिला शिक्षा अधिकारियों और आदिम जाति विकास विभाग के सहायक आयुक्तों को जारी किया गया है। इसमें बताया गया है कि परिपत्र में यह भी कहा गया है कि राज्य के जिन सरकारी और अशासकीय स्कूलों में टेलीविजन सेट उपलब्ध हैं, वहां के प्रधान अध्यापक अथवा प्राचार्य द्वारा बच्चों के लिए प्रधानमंत्री का प्रसारण देखने की व्यवस्था की जाएगी। जिन स्कूलों में टेलीविजन सेट नहीं है, वहां प्राचार्य अथवा विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा ग्राम पंचायतों में उपलब्ध टेलीविजन सेट की व्यवस्था की जाएगी या फिर किसी उपयुक्त स्थान पर, जहां  प्रसारण सुनने की सुविधा हो, वहां पर इसकी व्यवस्था की जाएगी। प्रसारण में आकस्मिक व्यवधान से बचने के लिए जनरेटर/इनवर्टर की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
 अधिकारियों से कहा गया है कि इस दौरान शत-प्रतिशत बच्चों और शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। सभी बच्चे अपनी स्कूली गणवेश में रहे। प्रधानमंत्री के उद्बोधन के जीवंत प्रसारण के लिए प्रदेश के सभी 224 एडुसेट केन्द्रों को भी तकनीकी रूप से ठीक-ठाक रखा जाए। राज्य के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद में सेटेलाईट की व्यवस्था है। अन्य विकल्प के रूप में आईसीटी के तहत रायपुर परिक्षेत्र के 653 स्कूलों में इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ कम्प्यूटर लैब भी उपलब्ध हैं। इनका उपयोग भी प्रसारण सुनने के लिए किया जा सकता है। यदि स्कूल के बाहर प्रसारण व्यवस्था की गई है तो वहां बारिश से बचाव और ध्वनि की स्पष्टता का भी ध्यान रखा जाए। राज्य के जिन दुर्गम इलाकों में टेलीविजन प्रसारण तकनीकी कारणों से संभव नहीं वहां के स्कूलों में रेडियो के माध्यम से बच्चों को प्रसारण सुनाने की व्यवस्था की जाए। परिपत्र में कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद उसका प्रतिवेदन भी पांच सितम्बर की शाम तक ई-मेल अथवा फैक्स के जरिए भेजने के निर्देश दिए गए हैं।

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